जंगल में प्रकर्ति आधारित पर्यटन को विकसित करने के लिए एक संगठन “कोई ग्रह बी नहीं” (There is no planet B ) के वालंटियर्स ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) का विरोध करते हुए अभियान शुरू किया। ईओआई को वापिस लेने का विरोध करते हुए एलजी अनिल बेज़ल को पत्र लिखकर अभियान शुरू किया। अब तक 850 लोगो ने याचिका पर हस्ताक्षर किये है।
अभियान में शामिल हुए लोगो का कहना यह है की सुंदरता से भरे पर्यावरण पर्यटन के नाम पर बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक और हरे भरे पैच को खोने के बारे में चिंतित उन्होंने यह अभियान शुरू किया है। घने जंगलो वाले संजय वन में निर्माण कार्य को बंद करने की लगाई गुहार क्योंकि इससे आवास को नुकसान होगा।
हरित कार्येकर्ताओ ने रविवार को एक सफाई अभियान भी चलाया और 100 kg से भी ज्यादा कचरा इकट्ठा किया जो अधिकतर प्लास्टिक से भरा था।
उन्होंने कहा की अभी तक डीडीए या एलजी ऑफिस से किसी ने भी उनकी मेल का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।
संगठन की वकील “मालविका रघु” ने कहा की वह इस बात पर गौर करे रहे है की क्या कानूनी करवाई की जा सकती है। उनका कहना है की इस वन मे पहले से ही बहुत गिरावट है कोई कचरा प्रबंधन प्रणाली भी नहीं है और पिछले दो वर्षो मे उन्होंने पांच टन से भी अधिक कचरा इकट्ठा किया है।